स्वराज इंडिया – हरियाणा
प्रेस विज्ञप्ति : 30 सितम्बर 2019
(चंडीगढ़)
• एक बार फिर साबित हुआ कि झूठ के पांव नहीं होते : राजीव गोदारा
• जवाहर यादव जी के आंकड़े भी सच मान लिए जाएँ तब भी मुख्यमंत्री द्वारा प्रेस कांफ्रेंस में व जवाहर यादव जी द्वारा टी वी डिबेट में एक एक दाना की सरकारी खरीद करने का दावा झूठ साबित होता है।
• सच का सामना करने पर झूठ के पैरोकार कितने हास्यास्पद हो जाते हैं इसका नमूना भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता श्री जवाहर यादव की प्रतिक्रिया में मिलता है। उन्होंने ना सिर्फ स्वराज इंडिया के प्रतिनिधियों पर उल-जलूल आरोप लगाए बल्कि एक बार फिर बाजरा और सरसों की खरीद के ऐसे आंकड़े दिए जो स्वयं सरकार को शर्मिंदा कर देंगे।
29 सितम्बर 2019 को स्वराज इंडिया का एक प्रतिनिधिमंडल श्री जवाहर यादव के निवास (पालम विहार, गुरुग्राम) पर उन्हें सरसों व बाजरा कि सरकारी खरीद संबधी प्रमाण देने और याद दिलाने गया था कि उन्होंने कहा था कि अगर बाजरा और सरसों का एक-एक दाना खरीदने का उनका दावा अगर असत्य निकला तो वे राजनीति से सन्यास ले लेंगे। राजनीति की मर्यादा के अनुसार जवाहर जी को प्रतिनिधिमंडल का स्वागत कर उनसे प्रमाण स्वीकार करने चाहिए थे | लेकिन गुड़गांव के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री जे. सी. यादव (सदस्य हरियाणा राज्य कमेटी) के नेतृत्व में जब स्वराज इंडिया का प्रतिनिधिमंडल उनके निवास पहुंचा व् जवाहर जी के घर पर मोजूद होने बारे पूछा तो बताया गया कि वे घर पर हैं, इन्हें इन्तजार करने को कहा गया | फिर जब मिडिया के एक साथी ने जवाहर जी को उनके घर पर पहुंचने की सूचना भेजी तो वे बहार आकर मिले| स्वराज इंडिया के साथियों ने जब बताया कि वे जवाहर यादव जी को बाजरा व् सरसों की सरकारी खरीद के आंकड़े देने आयें हैं, तो जवाहार यादव जी नाराज हो गये| उन्होंने ने कहा कि वे वहां पहुंचे प्रतिनिधि मंडल के साथियों से व्यक्तिगत तौर पर मिल सकते हैं मगर स्वराज इंडिया के प्रतिनिधि मंद्द्ल के बतौर नहीं | उन्हें फोटो व् वीडियो न लेने कि हिदायत देते हुए कहा कि वे स्वराज इंडिया के साथियों से किसी तरह के कागज नहीं लेंगें | जब उनसे सबूत स्वीकार करने का आग्रह दुबारा किया गया तो उन्होंने मीडिया समेत प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों पर उनके घर में जबरदस्ती घुसने का आरोप लगाया | चूँकि यह सारा प्रकरण मीडिया की उपस्थिति में हुआ ऐसे में यह स्पष्ट देखा जा सकता है कि स्वराज इंडिया के कार्यकर्ता ने कोई जोर जबरदस्ती नहीं की|
राजीव गोदारा (अध्यक्ष, स्वराज इंडिया, हरियाण) ने कहा कि इससे भी ज्यादा हास्यास्पद यह है कि स्वराज इंडिया द्वारा दिए जाने वाले सबूत देखे बिना ही उन्हें असत्य बता दिया | अपने पक्ष की सफाई में भाजपा प्रवक्ता श्री जवाहर यादव ने कुछ ऐसे आंकड़े पेश किए जो उनकी स्थिति को और भी कमजोर करते हैं | जवाहर यादव जी ने कहा कि विधानसभा में दिए गये ब्यान के अनुसार 2018- 2019 में सरकार ने उसी साल 1, 00,894 मीट्रिक बाजरा ख़रीदा व 6,13,339 मीट्रिक टन सरसों की सरकारी खरीद की गई | जबकि उन्होंने बाजरे व् सरसों कि फसल के कुल उत्पादन बारे चुप्पी साधे रखी | तथ्य यह है कि 2018-19 बाजरा का कुल उत्पादन 701240 मीट्रिक टन व सरसों का कुल उत्पादन 11,27,000 मीट्रिक टन हुआ | इससे साफ़ है कि जवाहर यादव जी के आंकड़े भी सच मान लिए जाएँ तब भी मुख्यमंत्री द्वारा प्रेस कांफ्रेंस में व जवाहर यादव जी द्वारा टी वी डिबेट में एक एक दाना की सरकारी खरीद करने का दावा झूठ साबित होता है |
भाजपा प्रवक्ता जवाहर यादव् द्वारा बाजरा कि सरकारी खरीद का आंकड़ा उनके अपने ही दावे को झुठलाता है | असल में स्वराज इंडिया ने जो आंकडा दिया है उससे भी कम बाजरा की सरकारी खरीद का दावा कर रहे हैं जवाहर यादव जी | स्वराज इंडिया ने अपने सबूत में कहा था कि 2018-19 बाजरा का कुल उत्पादन 701240 मीट्रिक टन हुआ जिसमें तय एम एस पी 1950 रूपये प्रति क्विंटल पर सरकारी खरीद 180744 मीट्रिक टन की हुई, जो कुल उत्पादन का 26.7 बनता है |
इसी तरह 2018-19 सरसों का कुल उत्पादन 11,27,000 मीट्रिक टन हुआ जिसमें तय एम एस पी 4200 रूपये प्रति क्विंटल पर सरकारी खरीद 2,17,748 मीट्रिक टन की हुई, जो कुल उत्पादन का (19.32 %) बनता है | सरकार द्वारा बाजरा और सरसों का एक-एक दाना खरीदे जाने के दावे को साबित करने के लिए सरकार को यह आंकड़ा देना चाहिए कि प्रदेश में कुल कितनी पैदावार हुई कितनी फसल मंडियों में आई और कितनी सरकार के द्वारा खरीदी गई. सरकार बार-बार केवल अपनी खरीद के आंकड़े दे रही है जिससे कुछ भी साबित नहीं हो सकता.
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रिशव : 953425489
मिडिया सैल
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