स्वराज इंडिया, हरियाणा
प्रेस नोट : चंडीगढ़
02 अक्टूबर 2019
* मैला ढोने व सीवर के गटर में उतर कर सफाई करने वालों के लिए 2013 में कानून बन जाने के बाद आज भी गटर में सफाई कर्मी की मौत हो जाती है तो सरकार के स्वच्छता अभियान की सच्चाई डरावनी ही है : योगेन्द्र यादव
* हरियाणा सरकार से अनुदान प्राप्त कॉलेजों में सहायक प्रोफेसरों की भर्ती में आरक्षण सम्बन्धी कानून की अवहेलना होने देना हरियाणा सरकार का दलित विरोधी चेहरा उजागर करता है : राजीव गोदारा
* अनुसूचित जातियों के छात्रों के वज़ीफ़ा राशि में हुई 3.35 करोड़ रुपए की धाँधली के ज़िम्मेदार लोगों पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई है : रकजीव गोदारा
* गांधी जयंती पर स्वच्छता अभियान का ढोल पीटने वाली सरकार के समय में सफाई कर्मियों को नौकरी व जीवन सुरक्षा उपकरण के लिए आंदोलन करना पड़े यह सरकार के झूठे प्रचार की पोल खोलता है : योगेन्द्र यादव
स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेन्द्र यादव ने कहा है कि महात्मा गांधी जयंती पर सामाजिक कल्याण के दिखावटी सरकारी कार्यकर्मों के आयोजन करने से बेहतर होता कि खट्टर सरकार दलितों के साथ किए गए वादे तो पूरा करती और राज्यभर मे सफाई कर्मियों को नौकरी व जीवन सुरक्षा की गारंटी देती। उन्होंने कहा कि समाज के दलित वर्ग की कल्याणकारी योजनाओं के वादे पूरे करना ही महात्मा गांधी को सही अर्थों में नमन होता.
योगेन्द्र यादव (अध्यक्ष स्वराज इंडिया) ने कहा कि महात्मा गांधी समाज से भेदभाव ख़त्म करने के लिए कार्य करते रहे. गांधी जी ने समाज में व्याप्त छुआछूत, जातिवाद और दलित उत्पीड़न का घोर विरोध किया और ऐसी व्यवस्था को समाज के माथे पर कलंक बताया. यादव ने कहा कि उन्ही महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर हरियाणा सरकार के पास एक भी ऐसे काम की सूची नहीं है जो समाज में दलितों के साथ किए जाने वाले दोयम दर्जे के बर्ताव, जातिवाद और छुआछूत को ख़त्म किए जाने मी दिशा में किया गया हो.
उन्होंने कहा कि दलितों के उत्थान के लिए राज्य की भाजपा सरकार ने जो भी वादे किए थे, वे सब झूठ का पुलिंदा निकले. हालात यह हैं कि माननीय हाईकोर्ट को भी दलित समुदाय से संबंधित सफ़ाई कर्मचारियो की गटर साफ़ करते समय होने वाली मौतों पर सरकार से जवाब माँगा है. हाईकोर्ट ने गटर और नालियाँ साफ़ करने वाले सफ़ाई कर्मचारियों की मौतों को गम्भीरता से लेते हुए उन्हें गटर में उतरने से पहले मास्क, गैस सिलेंडर आदि जैसे सुरक्षा उपकरण देने और उनके बीमा और पुनर्वास के लिए किए गए कामों का ब्योरा माँगा था, लेकिन हरियाणा सरकार इसका कोई जवाब नहीं दे पायी. राज्य सरकार सफ़ाई कर्मचारियों के लिए बने ‘Prohibition of employment of manual scavengers and rehabilitation act 2013 को अब तक लागू नहीं कर पायी. ग़ौरतलब है कि पिछले साल मुख्यमंत्री ने उसी क़ानून को लागू करने की फिर से घोषणा कर दी थी. खबरें हैं कि गटर साफ़ करते हुए ही इस साल क़रीब पाँच सफ़ाई कर्मचारियों की मौत हो चुकी है.
यादव ने कहा कि इस सरकार में वादे से मुकर जाना और बेशर्मी से दावे करने की कला है. जिस तरह मुख्यमंत्री बेरोज़गारी के आँकड़ों को लेकर झूठ बोलते हैं, उसी तरह उनके सामाजिक कल्याण और न्याय मंत्री कृष्णकुमार बेदी भी बेशर्मी से बयान दे चुके हैं कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से बीते पाँच साल में दलित वर्ग कल्याण के लिए जितनी भी योजनाओं की घोषणा की गयी थी, वे सब लागू कर दी गयी हैं. जबकि सच्चाई यह है कि पिछड़े वर्ग से संबंधित लोग सरकारी नौकरियों में नियमानुसार आरक्षण सुविधा भी नहीं ले पा रहे हैं. यादव ने कहा कि स्पष्ट है कि सत्ता में आने से पहले भाजपा द्वारा दलित वर्ग से किए गए वादे सिर्फ़ वोट बटोरने की राजनीति का हिस्सा थे।
स्वराज इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष राजीव गोदारा कहा कि हरियाणा सरकार हरिजन कल्याण के पुरोधा महात्मा गांधी के सिद्धांतों से कोसों दूर है. मौजूदा खट्टर सरकार मिर्चपुर और भगाना के पीड़ितों को आज तक न्याय नहीं दिला पायी है. वहीं इसी सरकार के समय में भाटला गांव में दलित उत्पीड़न के अपराध को सजा देकर पीड़ितों को न्याय नहीं दे पाई है। अनुसूचित जातियों के छात्रों के वज़ीफ़ा राशि में हुई 3.35 करोड़ रुपए की धाँधली के ज़िम्मेदार लोगों पर कारवाई करने की बजाय इस धाँधली को उजागर करने वाले अफ़सर का तबादला करके मामले को दबा दिया गया. हरियाणा विधान सभा की पब्लिक अकाउंट्स कमेटी (पीएसी) इस मामले की सीबीआई से जाँच की सिफ़ारिश कर चुकी है.
हरियाणा महासचिव दीपक लाम्बा ने सरकार दलित और अन्य पिछड़े वर्ग से किए वादों को पूरा करने में ऐसे ही नाकाम रही है जैसे वह किसानों के साथ किए गए वादे पूरा करने से मुकर गयी है. पिछले साल राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश की कमी से बने सूखें जैसे हालातों से किसानों के साथ पिछड़े वर्ग से संबंधित खेतिहर मज़दूर परिवारों को खाने के लाले पड़ गए थे, लेकिन सरकार की ओर से किसी प्रकार की मदद नहीं की गयी. लाम्बा ने कहा कि दलित और समाज के पिछड़े वर्ग को उनका हक़ दिलाना ही महात्मा गांधी को सच्ची। श्रद्धा-अंजलि है.
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ऋषव/9534251489
मीडिया सैल, स्वराज इंडिया
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Swaraj India, Haryana
Press Note: Chandigarh
02 October 2019
• Despite a law came in force in 2013, manual scavenging and manhole cleaning is still in practice and claiming lives of sanitation workers: Yogendra Yadav
• Government added colleges in Haryana deny reservation benefits for Dalit candidates applying for post of assistant professors: Rajeev Godara
• Government has not taken any action against accused in 3.35 crore-scholarship-scam: Rajeev Godara
• Protest by sanitation workers on Gandhi Jayanti for the want of safety equipment exposes government’s claim: Yogender Yadav
Swaraj India national president Yogender Yadav has criticized the state government for not paying any attention towards genuine demands being raised by the sanitation workers who face risk of life while stepping down in the chocked manholes. He said an assurance of job and rehabilitation to sanitation workers would have been a homage to the Father of Nation in true spirits.
‘Mahatma Gandhi tirelessly worked for the upliftment of downtrodden strata of the society and thus government should follow Mahatma’s guidelines for making a society free from unsocial traditions such as untouchability’ he added. Yadav said the present government has done nothing to eradicate this inhumane act of manual scavenging by implementing the law laid down in 2013 for the rehabilitation of sanitation workers. Punjab and Haryana Highcourt has also taken a note on the plight of sanitation workers who risk their lives while cleaning chocked manholes. The Highcourt has sought the steps taken by the state to ensure the safety of such workers by providing them proper equipment like gas masks, oxygen cylinders, and safety uniforms. He said the government has failed to implement ‘Prohibition of employment of manual scavengers and rehabilitation act 2013’ so far. It is learned that as many as half a dozen sanitation workers have lost their lives while cleaning manholes during the last few months.
He also criticized Krishan Kumar Bedi, minister for social justice for his false claim that the government of Haryana has implemented every scheme launched for the welfare of Dalits by Centre and state governments. There are reports that candidates from scheduled castes have been protesting to get the reservation benefits in the selection procedure in college- appointments.
Rajeev Godara, state president of Swaraj India said the government has not taken any action so far to bring the culprits to book who bungled the funds sanctioned as scholarships to students from reserved categories. Instead of punishing the culprits, the government transferred the officer who unearthed that scam.
Deepak Lamba, state general secretary accused the government of betraying Dalits the same way it did to the farmers. He said all promises made by BJP before elections in 2014 have proved gimmicks played to cling to power.
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Rishav/9534251489
Media Cell, Swaraj India